प्राकृतिक चिकित्सा में सूर्य स्नान का महत्वपूर्ण स्थान है सूर्य स्नान में पेशेंट को धूप में बैठा जाता है यह चिकित्सा चिकित्सक के मार्गदर्शन में किया जाता है इसमें सभी रोगियों को सूर्य भाप चिकित्सा नहीं दिया जाता सूर्य चिकित्सा में पॉलीथिन का प्रयोग किया जाता है और चारों तरफ से रोगी को पॉलीथिन से ढक दिया जाता है। जब सूर्य किरण पॉलिथीन में पढ़ती है तो अंदर गर्मी पैदा होता है और पसीना बाहर आता है, जिससे शरीर में उपस्थित गंदगी बाहर निकल जाती है और साथ-साथ शरीर को विटामिन डी भी मिल जाता है।